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भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक के इतिहास में पहली बार मेडल जीतने से रह गईं। टोक्यो ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 3-4 से हारकर टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका गंवा दिया। भारतीय महिलाओं ने एक समय…
भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक के इतिहास में पहली बार मेडल जीतने से रह गईं। टोक्यो ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ 3-4 से हारकर टीम ने ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका गंवा दिया। भारतीय महिलाओं ने एक समय जोरदार वापसी की और चार मिनट के अंदर तीन गोल दागकर 3-2 की बढ़त बना ली थी। हालांकि ब्रिटेन ने तीसरे क्वार्टर में वापसी कर ली और फिर उसने चौथे क्वार्टर में बढ़त बना ली। इसके बाद भारतीय टीम बराबरी नहीं कर पाई और वह इस हार के बाद ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूक गईं। इस हार के बाद कोच सोर्ड मारजेन टीम को सांत्वना देते नजर आए। उन्होंने कहा कि टीम बेशक मेडल जीतने से चूक गई, लेकिन उन्हें लगता है कि उनकी टीम ने कुछ बड़ा हासिल किया है।
मारजेन ने हार के बाद ट्विटर पर लिखा, ‘ पहली बात जो मैंने कही, हार के बारे में यह मेरी पहली व्यक्तिगत भावना है। हां आप जीतना चाहते हैं, लेकिन वास्तव में सबसे पहले मुझे लगता है कि गर्व का पल है। मुझे लड़कियों पर गर्व है कि कैसे उन्होंने फिर से अपनी लड़ाई और कौशल दिखाया। आम तौर पर जब भारतीय महिला टीम 0-2 से पीछे होती थीं तो वे हमेशा 0-3, 0-4 से पिछड़ती थीं और लेकिन अब वे वे लड़ती है और इस मैच में भी लड़ती रहीं। हमने मैच में वापसी और हम एक गोल से आगे भी थे।’
We did not win a medal, but I think we have won something bigger. We have made Indians proud again and we inspired millions of girls that dreams CAN come true as long as you work hard for it and believe it! Thanks for all the support! 🇮🇳
— Sjoerd Marijne (@SjoerdMarijne) August 6, 2021
उन्होंने आगे कहा, ‘ मैंने लड़कियों से कहा, ‘सुनो, मैं तुम्हारे आंसू नहीं पोछ सकता। उसके लिए कोई शब्द मदद नहीं करेगा। हमने पदक नहीं जीता, लेकिन मुझे लगता है कि हमने कुछ बड़ा हासिल किया है। यह देश को प्रेरणा दे रहा है और देश को गौरवान्वित कर रहा है। मैंने उन लोगों के कई संदेश दिखाए हैं जो ऐसा कह रहे थे और मुझे लगता है कि दुनिया ने एक और नई भारतीय टीम देखी है और मुझे वास्तव में इस टीम पर बहुत गर्व है।’